कभी हम रोये ,कभी वो रोये!

“वो मनहूस दिन आज भी याद है

जब उनसे मुलाकात की थी या फिर
यूँ कह लो कि वो मुलाकात नहीं वारदात ही थी
अब बिना बात के तो हम उनसे झगड़ेंगे नही
कुछ तो उन्होंने खुराफात की थी
अब उन पर भी नई -नई बाइक का भूत सवार था
और मार्केट में थी भीड़ बहुत
क्योंकि आना वाला कोई त्योहार था
मै तो अपना सम्भल कर चल रही थी और साथ -साथ फोन पर अपने फ्रेंड से बात कर रही थी
फिर क्या था बाइक थी पूरी रफ्तार में
और मैं आ गयी थी कतार में
और मैं जो गोल -गोल चक्कर खाकर
गिरी हूँ भरे बाजार में
अफसोस उसकी बाइक भी जा टकराई दीवार में
मेरा फ़ोन मेरी आँखों से ओझल हो चुका था
क्योंकि वो उसकी बाइक के टायर के नीचे सो चुका था
और फोन की स्क्रीन कुछ इस कदर टूटी थी
पर तस्सली हुई दिल को यह जानकर
की उसकी बाइक की दोनों हेडलाइट्स फूटी थी
अब वो बन्दा मेरे पास आकर बोला
की या तो तुम अंधी हो या तुम्हारी आँखें खराब हो
या सड़क पर चलते वक़्त देखती रहती ख्वाब हो तो मैं बोली
एक तो मेरा फोन तुम्हारी
वजह से टूटा है और तुम मुझे अंधा बता रहे हो और बाइक चलानी तुमको आती नही
,फालतू में ही पगलाए जा रहे हो
सारी गलती तुम्हारी है ये बात तुम फ़ौरन मान लो
और कैसे चलाते है बाइक इस बात का अपने फ्रेंड्स से ज्ञान लो
सुनिये मैडम ,हेलो मेरी बाइक की दोनों हेडलाइट्स का कुछ पता नही है और तुम आँखें मूंद कर चलती हो सड़क पर ,कह रही हो मेरी कुछ खता नही है
और बाइक खरीदी थी क्योंकि आती है चलानी ,तुम बताओ
,क्या तुम्हें आती है साईकल की घण्टी भी बजानी
अब तो बात आ गयी थी आत्मसमान पर, कुछ होता मेरे हाथ में तो तुरंत फोड़ देती उसका सर
पर मैने अपना इरादा इरादा ही रहने दिया
और जो ठीक लगा वो कह दिया
की बाजार में लड़ने -झगड़ने से कोई फायदा नही है
और जैसे इंसान हम है ,वैसे इंसान तुम हो ,कोई अलकायदा नही है
और एक हाथ से ताली बज सकती नही है
मैने अपनी गलती मान ली है ,तुम्हारे लिए जबरदस्ती नही है
और तुम्हारी बाइक जो कि अब नेत्रहीन हो चुकी थी
और शाइन तो पूरी खो चुकी थी
और मेरा फोन बेढंग हो गया था,
बिन उसके जीवन मेरा बेरंग हो गया था ,ऐसी फीलिंग आयी जैसे किसी अच्छे दोस्त का संग खो गया था और जब ये कहानी कलम से कागज़ पर उतार रही थी
तो मन मे चल रहा था ,की वक़्त ही गलत था वो ,जब मैंने अपना फोन दिया खो
और बाइक तो उसकी भी नई थी
और उसे उससे शायद उम्मीदे भी कई थी
फोन के लिए रोये थे हम कभी
और बाइक के लिए रोये थे वो कभी

और इस कहानी में कोई सच्चाई नही है ,ये भी जान लीजिये सभी।”

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